केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (CTET) दिसंबर 2024 की परीक्षा तिथि में बदलाव किया है। पहले यह परीक्षा 1 दिसंबर 2024 को आयोजित होनी थी, लेकिन अब इसे 15 दिसंबर 2024 (रविवार) को पुनर्निर्धारित किया गया है। यह बदलाव प्रशासनिक कारणों से किया गया है, और इसके लिए बोर्ड ने आधिकारिक नोटिस जारी किया है।
क्या कहा गया है आधिकारिक नोटिस में?
CBSE द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है, “20th edition of CTET पहले 1 दिसंबर 2024 को आयोजित किया जाना था। लेकिन अब प्रशासनिक कारणों से इसे 15 दिसंबर 2024 को Rescheduled किया गया है। परीक्षा पूरे देश के 136 शहरों में आयोजित की जाएगी।” अगर किसी शहर में उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा होती है, तो बोर्ड 14 दिसंबर 2024 को भी परीक्षा आयोजित कर सकता है।
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और आवेदन की अंतिम तिथि
CTET 2024 दिसंबर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पहले से ही चल रही है। उम्मीदवारों को अपना आवेदन 16 अक्टूबर 2024 तक ऑनलाइन जमा करना होगा। इस नियत तिथि के बाद कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा, इसलिए उम्मीदवारों को समय पर आवेदन करने की सलाह दी जाती है। आवेदन प्रक्रिया में कोई अन्य बदलाव नहीं किया गया है, और परीक्षा से जुड़ी जानकारी के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट (ctet.nic.in) पर नियमित रूप से चेक करने की सलाह दी गई है।
CTET 2024: परीक्षा पैटर्न
CTET 2024 परीक्षा का पैटर्न निम्नलिखित होगा:
- प्रश्न प्रकार: सभी प्रश्न बहुविकल्पीय (MCQ) होंगे, जिनमें चार विकल्प दिए जाएंगे, जिनमें से एक सही उत्तर होगा।
- निगेटिव मार्किंग: इस परीक्षा में कोई निगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
- पेपर I: यह परीक्षा उन उम्मीदवारों के लिए है जो कक्षा I से V तक के शिक्षक बनना चाहते हैं। इसमें कुल 150 प्रश्न, 150 अंकों के होंगे।
- पेपर II: यह परीक्षा उन उम्मीदवारों के लिए है जो कक्षा VI से VIII तक के शिक्षक बनना चाहते हैं। इसमें कुल 210 प्रश्न, 210 अंकों के होंगे।
परीक्षा के लिए तैयारी
उम्मीदवारों को परीक्षा की तैयारी में मदद के लिए CTET का सिलेबस और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अध्ययन करना चाहिए। परीक्षा में सफल होने के लिए सही अध्ययन सामग्री और उचित रणनीति जरूरी होगी।
नोट: CTET से जुड़ी किसी भी अपडेट के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाकर नियमित रूप से चेक करने की सलाह दी जाती है।
इस बदलाव से उम्मीदवारों को परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा की नई तिथि के अनुसार अपनी तैयारी जारी रखें।