जैसा की आप सभी जानते है पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहें है। अगर ऐसा ही हाल रहा तो आने वाले समय में पेट्रोल खरीदने के लिए लोन लेना पड़ेगा। आजकल दुनिया में ऐसी बहुत सी मशीन प्रचलित है जो पेट्रोल और डीजल से चलती है।
यहाँ हम आपको बताएंगे पेट्रोल और डीजल कैसे बनते है ? भारत में पेट्रोल कहाँ से आता है? पेट्रोल की खोज कैसे करते है ? इन सभी के विषय में हम आपको विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे। How is petrol-diesel made in Hindi से जुडी अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
पेट्रोल और डीजल कैसे बनाते हैं?
सबसे पहले जमीन के नीचे या समुद्र की सतह से पेट्रोलियम निकाला जाता है। जानकारी के लिए बता दें पेट्रोलियम पेट्रोल नहीं होता है। बल्कि पेट्रोलियम में कई चीजे पायी जाती है। पेट्रोलियम का डिस्टिलेशन करने के बाद उसमें से सभी चीजों को अलग-अलग कर लिया जाता है जिसमें – पेट्रोल, डीजल, केरोसीन आदि पाया जाता है। इस प्रकार कहा जा सकता है की पेट्रोल और डीजल जमीन या समद्र की निचली सतह से प्राप्त किया जाता है।
पेट्रोलियम क्या है ?
पेट्रोलियम एक जीवाश्म ईंधन है जो हजारो साल पहले मरे हुए जीव-जन्तुओ, पेड़-पौधों के जमीन के नीचे दबने और उनके ऑक्सीकरण होने से जो जमीन खोदने पर जमीन से जो द्रव्य प्राप्त होता है वह पेट्रोलियम होता है। इसे जलाने पर ऊर्जा की प्राप्ति होती है। पेट्रोलियम एक खनिज तेल है। पेट्रोलियम से पेट्रोल, डीजल और केरोसिन जैसी कई सारी चीजे बनाई जाती है। पेट्रोलियम जमीन के नीचे और समुद्र के नीचे दोनों जगह पाया जाता है लेकिन यह केवल कुछ ख़ास स्थानों पर ही पाया जाता है।
डीजल क्या है?
डीजल भी एक प्रकार का ईंधन तेल है। डीजल की आवश्यकता इंजन युक्त मशीनों के लिए होती है। डीजल भी पेट्रोलियम से ही बनाया जाता है। जैसे कि अभी हमने आपको बताया पेट्रोलियम जमीन के नीचे और समुद्र के नीचे दोनों जगह पाया जाता है लेकिन यह केवल कुछ ख़ास स्थानों पर ही पाया जाता है। इस पेट्रोलियम को रिफाइनरी प्रोसेस से इसमें से कई चीजे निकाली जाती है जिसमें से डीजल भी एक है।
दुनिया के तेल उत्पादक देशों की सूची
क्या आप भी जानना चाहते है दुनिया के तेल उत्पादक देश कौन-कौन से है। यहाँ हम आपको तेल उत्पादक देशों के नाम नीचे दी गई सूची के माध्यम से बताने जा रहें है। तेल उत्पादक देशों की सूची निम्न प्रकार है –
- संयुक्त अरब अमीरात
- कनाडा
- कुवैत
- चीन
- ब्राजील
- रूस
- सऊदी अरब
- अमेरिका
- ईराक
- ईरान
पेट्रोल की खोज कैसे होती है?
हजारो साल पहले जो जीव जंतु जमीन के नीचे दबकर ऑक्सीजन की कमी से गलने लगी और और वह गलने के बाद पेट्रोलियम में परिवर्तित हो गई। पेट्रोलियम को क्रुएड आयल या कच्चा तेल भी कहा जाता है। लेकिन पेट्रोलियम पेटोल नहीं है बल्कि पेट्रोलियम से पेट्रोल, डीजल और केरोसीन कई सारी चीजे बनाई जाती है। पेट्रोलियम जमीन के नीचे और समुद्र के नीचे दोनों जगह पाया जाता है लेकिन यह केवल कुछ ख़ास स्थानों पर ही पाया जाता है।
समुद्र के नीचे से पेट्रोलियम निकालने के लिए फॉसिल फ्यूल रेडिएटर मशीन को धरती के एक स्पेशिफिक स्थान पर ले जाते है जहां से पेट्रोलियम निकालना होता है और इसके बाद इसे समुद्री चट्टानों से स्टील के तारो के द्वारा बाँध दिया जाता है।
ताकि यह प्लेटफार्म यहां वहां न हिले। और इस प्लेटफॉर्म पर बहुत बड़ी ड्रिलिंग या बोरिंग मशीन लगा देते है। इसी की मदद से समुद्र की सतह तब तक तक ड्रिलिंग या बोरिंग किया जाता है जब तक की पेट्रोलियम प्राप्त नहीं हो जाता है। जैसे ही पेट्रोलियम मिल जाता है तो पेट्रोलियम मिलने के बाद उसमे पाइप का सिस्टम फिट कर दिया जाता है। जिसकी मदद से पेट्रोलियम एकत्रित किया जाता है जमीन से पेट्रोलियम निकालने के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाई जाती है।
पेट्रोलियम प्राप्त करने के बाद इसमें से डीजल और पेट्रोल निकालने के लिए पेट्रोलियम को रेफाइनरी में भेजा जाता है और इसका डिस्टिलेशन किया जाता है। डिस्टिलेशन करके पेट्रोलियम में से पेट्रोल और डीजल अलग-अलग किया जाता है। पेट्रोलियम का डिस्टिलेशन करने के लिए पेट्रोलियम को बड़े बड़े कॉलम में भर लिया जाता है। इस कॉलम में अलग-अलग चैम्बर होते है जिनमे अलग-अलग चीजों को इकट्ठा किया जाता है ताकि कोई भी चीज आपस में मिक्स न हो जाए। उसके बाद इस कॉलम को नीचे से गर्म किया जाता है।
इसके बाद अलग-अलग चीजों की भाप निकलना शुरू हो जाती है। जिसका बोइलिंग पॉइंट कम होता है उसकी भाप पहले निकलती है। पेट्रोल का बोइलिंग पॉइंट कम होता है इसलिए पेट्रोल की भाप पहले निकलती है। उसके बाद इन्हें अलग-अलग चैम्बर्स में इकठ्ठा कर लिया जाता है। इस प्रक्रिया को फ्रॅक्शनल डिस्टिलेशन कहा जाता है। इसके बाद इन सभी चीजों को अलग-अलग टैंक में भर लिया जाता है और पंप पर भेज दिया जाता है।
भारत में पेट्रोल कहाँ से आता है ?
भारत में पेट्रोल अलग-अलग देश से मंगवाया जाता है। क्योंकि भारत में प्राकृतिक संसाधनों का भण्डार काफी सीमित है लेकिन आवश्यकता अधिक है। इसलिए पेट्रोल की आवश्यकता पूरी करने के लिए भारत दुनिया के दर्जनों देशों से कच्चे तेल का आयात करता है। भारत अधिकतर देशों से कच्चा तेल खरीदता है। कच्चे तेल से ही पेट्रोल, डीजल।
केरोसीन और अन्य ईंधन तैयार किये जाते है। 2018 के आंकड़ों के अनुसार भारत ने सबसे अधिक कच्चा तेल ईराक से आयात किया था। इससे चार साल पहले भारत को सबसे अधिक कच्चा तेल निर्यात करने में सऊदी अरब हुआ करता था। साल 2018-19 में भारत ने सबसे अधिक कच्चा तेल चीन से खरीदा है।
भारत में पेट्रोलियम संसाधन कौन से है ?
यहाँ हम आपको बताएंगे भारत में पेट्रोलियम संसाधन कौन- से है। कहाँ से भारत को पेट्रोलियम प्राप्त होता है। इसके बारे में हम आपको नीचे दिए गए पॉइंट्स के माध्यम से जानकारी देने जा रहें है। इन जानकारियों को आप नीचे दिए गए पॉइंट्स के माध्यम से प्राप्त कर सकते है। जानिए भारत में पेट्रोलियम के संसाधन कौन-से है –
- Petroleum हाइड्रोकार्बन यौगिकों का मिश्रण है, जिसमें की 70 प्रतिशत कच्चा तेल और 30 प्रतिशत गैस पायी जाती है।
- असम के माकूम नामक स्थान पर साल 1867 में एशिया का प्रथम तेल का कुआ खोदा गया था।
- भारत के अपतटीय क्षेत्र पेट्रोलियम उत्पादक है। इनका पेट्रोलियम उत्पादन में 66 प्रतिशत योगदान है।
भारत में प्रमुख तेल क्षेत्र
भारत में केवल चार प्रमुख तेल क्षेत्र है। जिनके बारे में हम आपको नीचे दिए गए पॉइंट्स के माध्यम से बताने जा रहें है। जानिए भारत के प्रमुख तेल क्षेत्र कौन से है –
- पूर्वी अपतटीय तेल क्षेत्र
- यह देश का सबसे नया तेल क्षेत्र है।
- गोदावरी-कृष्णा नदी डेल्टा के मुहाने पर रावा अपतटीय क्षेत्र।
- गुजरात तट तेल क्षेत्र
- गुजरात में केवल 5 तेल क्षेत्र है। जैसे –
- कल्लोल
- अंकलेश्वर
- खम्भात
- सानंद नदी घाटी
- लुनेज
- गुजरात में केवल 5 तेल क्षेत्र है। जैसे –
- पश्चिमी अपतटीय क्षेत्र
- यह भारत का सबसे समृद्ध तेल क्षेत्र है। जिसके अंतर्गत केवल दो तेल क्षेत्र आते है। जिनके नाम निम्न प्रकार है –
- बसीन
- मुंबई हाई तेल क्षेत्र
- यह भारत का सबसे समृद्ध तेल क्षेत्र है। जिसके अंतर्गत केवल दो तेल क्षेत्र आते है। जिनके नाम निम्न प्रकार है –
- असम या ब्रह्मपुत्र घाटी तेल क्षेत्र
- इसके अंतर्गत केवल चार तेल क्षेत्र आते है। जैसे –
- नहरकाटिया
- डिगबोई
- सूरमा घाटी
- हुगरीजन मौरेन
- इसके अंतर्गत केवल चार तेल क्षेत्र आते है। जैसे –
Petrol-diesel से सम्बन्धित प्रश्न/उत्तर
पेट्रोलियम (Petroleum) एक जीवाश्म ईंधन है जो हजारो साल पहले मरे हुए जीव-जन्तुओ, पेड़-पौधों के जमीन के नीचे दबने और उनके ऑक्सीकरण होने से जो जमीन खोदने पर जमीन से जो द्रव्य प्राप्त होता है वह पेट्रोलियम होता है। इसे जलाने पर ऊर्जा की प्राप्ति होती है। पेट्रोलियम एक खनिज तेल है। पेट्रोलियम से पेट्रोल, डीजल और केरोसिन जैसी कई सारी चीजे बनाई जाती है।
डीजल भी एक प्रकार का ईंधन तेल है। डीजल की आवश्यकता इंजन युक्त मशीनों के लिए होती है।
साल 2018-19 में भारत ने सबसे अधिक कच्चा तेल चीन से खरीदा है।
अलग-अलग देशों से भारत में कच्चा तेल मंगवाया जाता है जैसे -ईराक, चीन, अमेरिका नाइजीरिया और साउदी अरब। उसके बाद कच्चे तेल से रिफाइनरी प्रोसेस के बाद पेट्रोल तैयार किया जाता है।
पेट्रोलियम जमीन के नीचे और समुद्र के नीचे दोनों जगह पाया जाता है लेकिन यह केवल कुछ ख़ास स्थानों पर ही पाया जाता है।
भारत में केवल चार प्रमुख तेल क्षेत्र है। जिनके नाम – असम या ब्रह्मपुत्र घाटी तेल क्षेत्र, पश्चिमी अपतटीय क्षेत्र, पूर्वी अपतटीय तेल क्षेत्र, गुजरात तट तेल क्षेत्र है।
जैसे की इस लेख में हमने आपसे पेट्रोल और डीजल कैसे बनता है? और भारत में पेट्रोल कहाँ से आता है? से सम्बंधित जानकारी साझा की है। अगर आपको हमारे द्वारा दी गई इन जानकारियों के अलावा अन्य कोई भी जानकारी चाहिए तो आप नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में जाकर मैसेज करके पूछ सकते है। आपके सभी प्रश्नों के उत्तर अवश्य दिए जाएंगे। आशा करते है आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी से सहायता मिलेगी।