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क्रेडिट और डेबिट का मतलब क्या होता है?

क्रेडिट और डेबिट ये दोनों शब्द अक्सर वित्तीय लेनदेन में इस्तेमाल होते हैं। ये शब्द आपके बैंक खाते में पैसे के आने-जाने को दर्शाते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से

anjali
By GHS News
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जब भी आप अपने बैंक अकाउंट में पैसा जमा करते हो या निकालते हैं, तो इस बात की सूचना बैंक द्वारा आपको एक SMS भेज कर प्रदान की जाती है। बैंक द्वारा भेजे गये sms में क्रेडिट और डेबिट शब्द लिखे होते हैं। बैंको तथा पेमेंट कंपनी द्वारा अपने ग्राहकों को कार्ड दिए जाते हैं वो भी क्रेडिट कार्ड तथा डेबिट कार्ड होते हैं।

क्रेडिट और डेबिट का मतलब क्या होता है?

फ्रॉड और धोखाधड़ी से बचने के लिए आपको डेबिट और क्रेडिट का मतलब क्या होता है? अच्छे से पता होना चाहिए। बैंकिंग सेक्टर में डेबिट और क्रेडिट का इस्तेमाल कहाँ होता है, यह आपको पता होना चाहिए जिससे आप आगे के लिए आसानी से समझ सके कि आपके बैंक अकाउंट में पैसे रखे गए हैं या निकाले गए हैं।

क्रेडिट और डेबिट का हिन्दी में अर्थ

डेबिट (Debit) का मतलब: डेबिट (debit meaning in Hindi) का साधारण शब्दों में अर्थ होता है कि किसी भी खाते में जमा धनराशि को उस खाते से निकालना। जमा राशि को हम किसी भी तरीके से डेबिट (निकाल) सकते हैं। वहीं Debited का मतलब होता है की आपके बैंक के अकाउंट से जमा राशि निकाल लिया गया है। आसान शब्दों में डेबिट का प्रयोग रुपये निकालने के लिए किया जाता है।

क्रेडिट (Credit) का मतलब : क्रेडिट (credit meaning in Hindi) का साधारण शब्दों में अर्थ होता है कि आपके बैंक अकाउंट में राशि को जमा करना। तथा Credited का अर्थ होता है की आपके अकाउंट में सफलतापूर्वक राशि जमा हो गयी है। आसान शब्दों में क्रेडिट का प्रयोग रुपये जमा होने के लिए किया जाता है।

Debit (डेबिट) In Banking

बैंक के संदर्भ में डेबिट का अर्थ खर्च राशि या निकासी राशि होता है। जब आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकाले जाते हैं या खर्च किये जाते हैं तो इन्हें डेबिट के रूप में देखा जाता है। उदाहरण के तौर पर देखते हैं, जैसे आपने अमेजन (Amazon) से कोई 50,000 हजार रूपए का एक फोन ख़रीदा तो आपको आपके बैंक अकाउंट से sms प्राप्त होगा Your A/C Debited By 50,000।

लेकिन जब हम Accounting के क्षेत्र में देखते हैं तो डेबिट का अलग ही अर्थ हो जाता है। Double-Entry Bookkeeping के क्षेत्र में डेबिट का अर्थ वह प्राप्त राशि होती है जो किसी व्यक्ति या किसी कम्पनी की सम्पति को बढ़ाता है। इस तरह से हम देख सकते हैं कि किसी कंपनी को ध्यान रखते हुए अगर हम डेबिट का इस्तेमाल करते हैं तो इसका अर्थ धनराशि का प्राप्त होना होता है। वहीं बैंकिंग सेक्टर में इसका इस्तेमाल राशि खर्च या निकालने के लिए किया जाता है।

Debited की जगह Transferred तथा Withdrawn शब्दों का इस्तेमाल (डेबिट क्रेडिट मीनिंग इन हिंदी)

कभी-कभी बैंक द्वारा आपको पैसे निकलने SMS पर Debited की जगह पर Transferred व Withdrawn जैसे शब्दों को भेज देता है। जब हम डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर तथा ATM मशीन से पैसा निकलते हैं तो तब बैंक इन शब्दों के SMS को भेजता है। लेकिन अगर हम देखें तो Debited, transferred व Withdrawn मतलब एक ही होता है कि आपके अकाउंट से राशि निकल ली गयी है।

Credit (क्रेडिट) In Banking

बैंक अकाउंट की बात करें तो Credit का अर्थ आपके अकाउंट में किसी दूसरे के अकाउंट में से धन राशि प्राप्त होना है या जब आपके बैंक अकाउंट में किसी भी माध्यम से पैसे प्राप्त होते हैं तो उसे हमेशा क्रेडिट ही कहते हैं। Credit हमेशा ही बैंक स्टेटमेंट के दाईं और प्रिंट होता है। इसे आम बोलचाल की भाषा में Deposit भी कहते हैं।

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लेकिन जब क्रेडिट के अर्थ को अलग-अलग क्षेत्रों में देखते हैं तो क्रेडिट का अर्थ बदल जाता है। जैसे अगर हम देखें तो जब आप किसी व्यक्ति से लोन लेते हैं तो इसका अर्थ होता है कि आपने उस व्यक्ति से credit लिया है। और जब बैंक द्वारा भी आपको लोन दिया जाता है तो वह भी क्रेडिट के रूप में मिलता है।

डेबिट (Debit) कार्ड तथा क्रेडिट (Credit) कार्ड में अंतर :- Credit and Debit Meaning in Hindi

डेबिट (Debit) कार्ड:

  • डेबिट कार्ड एक ऐसा कार्ड होता है जिससे हम अपने बैंक अकाउंट से किसी भी समय पैसे निकाल तथा खर्च कर सकते हैं। डेबिट कार्ड आपका जिस अकाउंट से लिंक होता है केवल उसी अकाउंट से पैसे निकालने में सक्षम होता है। डेबिट कार्ड में पहले से ही निर्धारित पिन नंबर या पासवर्ड की मदद से हम इससे राशि निकाल पाते हैं।
  • सामान्य रूप से आप केवल उतनी ही सीमा तक पैसे खर्च कर सकते हैं जितना आपके खाते में उपलब्ध हो। लेकिन कुछ सैलेरी अकाउंट तथा कुछ बिजनिस अकाउंट में ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी मिल जाती है।
  • ओवरड्राफ्ट होने की सुविधा में भी आप अपने खाते में पैसे न होने के बाद भी केवल एक सीमा तक ही पैसे खर्च कर सकते हैं। उसे आपको एक अवधि के बाद वापिस लौटना होगा।
  • अब बहुत सी कंपनियां डेविड कार्ड से Debit Card EMI की भी सुविधा देने लग गयी हैं। इसमें आपको पहले राशि खर्च करने के बाद पैसे किश्तों में चुकाने की सुविधा मिलती है।
  • आप डेबिट कार्ड का इस्तेमाल बिना किसी चार्ज के कर सकते है, परन्तु एटीएम आपसे हर साल रखरखाव का चार्ज लेता है।

क्रेडिट (Credit) कार्ड :

  • क्रेडिट कार्ड एक ऐसा कार्ड होता है जिससे आप पहले पैसा खर्च करते हैं और बाद में पेसों का भुगतान करने की सुविधा मिलती है। आपको इसमें एक निश्चित लिमिट की LINE OF CREDIT मिलती है।
  • क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने के लिए आपको हर महीने चार्ज देना होता है साथ ही आपको क्रेडिट कार्ड का मैंटेनस चार्ज भी अलग से देना होता है। क्रेडिट कार्ड की मदद से आप अपने बैंक अकाउंट के बैलेंस से कई ज्यादा धनराशि को खर्च कर सकते हैं।
  • कुछ रकम पहले LINE OF CREDIT में डाल दी जाती है उसमें से आप जितना हिस्सा इस्तेमाल करेंगे, उसे आपको एक समय के अंतराल में वापस लौटना होता है। अगर पैसे उस समय के अंतराल में न चुकाए जाए तो आपको पेनल्टी और बकाया ब्याज चुकाना पड़ता है। क्रेडिट कार्ड की पेनल्टी और ब्याज दर काफी ज्यादा होती है। यह लगभग 40% ब्याज सालाना के हिसाब से पड़ सकती है।
  • लगभग सारी कंपनियां Credit Card EMI की सुविधा देती हैं। जिसमें आप पहले खरीद कर उसको बराबर किश्तों में भुगतान करते हैं।
  • जो पैसा आप इस्तेमाल नहीं करते हैं वह आपके कार्ड में LINE OF CREDIT के रूप में पड़ा रहता है, जिसका कोई भी ब्याज या शुल्क नहीं देना होता है। हालाँकि कुछ क्रेडिट कार्डों को रखने के लिए आपको कुछ शुल्क देना पड़ता है, वहीं कुछ क्रेडिट कार्ड इनका शुल्क नहीं लेते हैं।
  • कुछ क्रेडिट कार्डो में लिमिट का कुछ प्रतिशत नकदी (Cash) निकालने की भी सुविधा होती है। यह प्रतिशत आमतौर पर लिमिट का 30% होता है। इसके लिए आपको थोड़ा सा शुल्क चुकाना पड़ता है। उदाहरण के लिए अगर आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 2 लाख रुपए है तो उसका 30 प्रतिशत 60 हजार रुपये आप नकदी (Cash) निकालने की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं।

एटीएम (ATM) और डेबिट (Debit) कार्ड में अंतर

लोग अक्सर सोचते हैं कि एटीएम कार्ड और डेबिट कार्ड एक ही होते हैं, लेकिन असलियत में ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता। एटीएम कार्ड से एटीएम मशीन से ही पैसे निकल सकते हैं, लेकिन एटीएम कार्ड आपको ऑनलाइन पेमेंट तथा बिल पेमेंट की सुविधा नहीं देता है। वहीं डेबिट कार्ड से आप ऑनलाइन पैसे निकालने के साथ-साथ एटीएम मशीन से भी पैसे निकाल सकते हैं। एटीएम कार्ड मूल रूप से एक पिन या पासवर्ड से प्रोटेक्टेड होता है जिससे आप एटीएम मशीन से पैसे निकाल सकते हैं।

डेबिट बैलेंस और क्रेडिट बैलेंस (क्रेडिट और डेबिट का मतलब क्या होता है?)

आसान भाषा में समझे तो डेबिट बैलेंस बैंक के चैकिंग खाते में नेगेटिव केश बैलेंस को दर्शाता है यानि जब बुककीपिंग करते हैं, तो जो अंकित राशि बाईं तरफ होती है उसे डेबिट बैलेंस कहते हैं। इसके साथ ही क्रेडिट बैलेंस उसे कहते हैं जब कोई व्यवसाय ग्राहक को राशि प्रदान करता है। और क्रेडिट बैलेंस बुककीपिंग के दाईं तरफ अंकित होता है।

क्रेडिट कार्ड क्या होता है?

क्रेडिट कार्ड एक ऐसा कार्ड होता है जिस से आप पहले पैसा खर्च करते हैं और बाद में पैसों का भुगतान करने की सुविधा मिलती है।

डेबिट कार्ड का मतलब क्या होता है?

डेबिट कार्ड एक ऐसा कार्ड होता है जिस से हम अपने बैंक अकाउंट से किसी भी समय पैसे निकाल तथा खर्च कर सकते हैं।

डेबिट का आसान भाषा में क्या मतलब होता है? (Debit meaning in Hindi)

डेबिट का आसान भाषा में अर्थ बैंक से निकाली गई राशि अथवा खर्च की गयी राशि होती है।

(Credit meaning in Hindi) क्रेडिट का आसान भाषा में क्या अर्थ होता है ?

बैंक सेक्टर में क्रेडिट उस राशि को कहते हैं जो राशि किसी भी माध्यम से बैंक खाते में प्राप्त होती है।

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